गुरुवार

माँ तूने ऐसा क्यों किया ?

माँ तूने ऐसा क्यों किया
मेरे लिए पूरा जीवन क्यों दे दिया

कितने दुःख सहे कितने ताने सहे
हमारे लिए क्या क्या नहीं किया |
पर माँ तूने ऐसा क्यों किया
मेरे लिए पूरा जीवन क्यों दे दिया ||

बचपन से तुझे हर कमी में ही देखा है
सोते नहीं हमने तुझे बस जगते देखा है |
भरपेट हमें खिला कर तुझे व्रत करते देखा है
पर माँ तूने ऐसा क्यों किया ||

माना मैं कुछ महीने पला था तेरे पेट में
पर पापा ने तो सालों से रखा था |
पर तूने ही माँ ऐसा क्यों किया
मेरे लिए पूरा जीवन क्यों दे दिया ||

आज मैं बैठा हूँ इतना दूर
छीन के तुझ से तेरा जीवन |
घिन्न आती है मुझे मुझ पर
तेरा पूत हो कर कुःपूत कैसे बन गया ||

पर माँ तूने ऐसा क्यों किया
मेरे लिए पूरा जीवन क्यों दे दिया....

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