सोमवार

हिंदी का अंत कमिंग सून

छठी कक्षा में अंग्रेजी पढ़ी थी , आज पढाई से पहले इंग्लिश आ गई |आज ये हाल है कि बड़े शहरो में हमें हिंदी बोलने में शर्म आती है | शहर में आपने आप को ज्यादा पढ़ा व गुणवान दिखाने के लिए इंग्लिश बोलना जरूरी हो गया है| ठीक है समय के साथ बदलना जरूरी है पर शायद इतना भी जरूरी नहीं है कि न आते हुए भी बोलना ही है|
  भारत देश का नाम इंडिया हो गया | शायद ही कोई कहता हो कि भारत का रहने वाला हूँ | चलो जैसे भी हो देखते है इंडिया से हिंदी कितने दिन में समाप्त होने वाली है |
ये एक उदाहरण है जिसमे मेरे जैसे वी॰ आई॰ पी॰   को अपनी इज्जत के चक्कर में इंलिश बोलनी पड़ी |

कोई टिप्पणी नहीं: