जाने क्या अब समा गया सर में
खुद को बेघर समझ लिया घर में
आस’मान तक छुपा हुआ देखा
क्या क्या नही दिखा पता नही उस पल भर में
ना जाने किस किस ने हमे देखा उस छ्ण भर में
जब हम देर तक खड़े रहे उस गोबर में
भक्ति, शक्ति और हिंदुत्व के साथ जो जिंदगी की यात्रा मैने जी है और जिस प्रकार जीने का अनुमान है, उस भूत और भविष्य को लेखनी के माध्यम से संवादित करने की चेष्ठा करूंगा। सामान्यता हर जीव की यात्रा में सुख दुःख धूप छांव की तरह आते रहते हैं, परंतु इस यात्रा की इस धूप छांव को अपने सहयात्रियों से साझा करने पर इसे मज़ेदार और प्रसन्नचित बनाया जा सकता है। इसलिए आइए, मैं अपने विचार रखता हूं, आप अपने विचार व्यक्त कीजिए।
बुधवार
रविवार
फेल हो गया
अक्सर सुनने में आता हे फला लड़का या लड़की
फेल
हो गया पर इसमे उनका क्या दोष है ?? भला 365 दिनों में भी कोई पढाई
होती
हे ? विश्वाश नही होता तो खुद हिशाब लगा लीजिये की पढ़ने के लिए समय
कहा
है ?
* साल में कुल =365 दिन
*साल में कुल =52 रविवार है आराम करने
के लिए इसलिए पढाई नही
*अब बचे 313 दिन
गर्मी की छुट्टी लगभग 60
दिन भीषण गर्मी में पढाई करना बेहद मुशिकिल होता हे
*शेष बचे 253 दिन
*लगभग
6 घंटे रोज नीद मतलब साल भर में लगभग 120 दिन की नीद
*बचे 133 दिन
1
घंटा रोज खेलना खेलना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक अथार्त वर्षः में लगभग 10
दिन
*अब बचे कुल 123 दिन
2 घंटे रोज दैनिक कार्य के अर्थात वर्षः
में 27 दिन
*अथ्ह कुल दिन बचे 96
1 घंटा रोज दोस्तों से बातचीत
करना क्योकि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है . अर्थात 10 दिन
अब बचे 86
दिन
वर्ष भर में इंतिहान आदि के 40 दिन
*अब बचे 46 दिन
वर्ष
में तीज त्यौहार के 30 दिन
*अब बचे केवल 13 दिन
वर्ष भर में शादी
ब्याह के 10 दिन
*अब बचे 6 दिन
साल भर में बीमारी सर्दी बुखार आदि
के 5 दिन
*अब बचे सिर्फ 1 दिन
और उस दिन तो मेरा बर्थडे होता हे ..
भला
इस दिन को ...
फेल
हो गया पर इसमे उनका क्या दोष है ?? भला 365 दिनों में भी कोई पढाई
होती
हे ? विश्वाश नही होता तो खुद हिशाब लगा लीजिये की पढ़ने के लिए समय
कहा
है ?
* साल में कुल =365 दिन
*साल में कुल =52 रविवार है आराम करने
के लिए इसलिए पढाई नही
*अब बचे 313 दिन
गर्मी की छुट्टी लगभग 60
दिन भीषण गर्मी में पढाई करना बेहद मुशिकिल होता हे
*शेष बचे 253 दिन
*लगभग
6 घंटे रोज नीद मतलब साल भर में लगभग 120 दिन की नीद
*बचे 133 दिन
1
घंटा रोज खेलना खेलना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक अथार्त वर्षः में लगभग 10
दिन
*अब बचे कुल 123 दिन
2 घंटे रोज दैनिक कार्य के अर्थात वर्षः
में 27 दिन
*अथ्ह कुल दिन बचे 96
1 घंटा रोज दोस्तों से बातचीत
करना क्योकि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है . अर्थात 10 दिन
अब बचे 86
दिन
वर्ष भर में इंतिहान आदि के 40 दिन
*अब बचे 46 दिन
वर्ष
में तीज त्यौहार के 30 दिन
*अब बचे केवल 13 दिन
वर्ष भर में शादी
ब्याह के 10 दिन
*अब बचे 6 दिन
साल भर में बीमारी सर्दी बुखार आदि
के 5 दिन
*अब बचे सिर्फ 1 दिन
और उस दिन तो मेरा बर्थडे होता हे ..
भला
इस दिन को ...
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