बुधवार

बेवफा सनम का था गम


आसमां की रानी हो, तुम कहां से आई हो
आज मुझको ये बताओ, तुम मुझे क्या लाई हो
प्यार है हमें तुमसे, दूर नहीं तुम हमसे
अब तो तुम आ जाओ, और मुझे ना तड़पाओ
मैंने तुमको देखा है, नाम भी तेरा रेखा है
तुझको देख मुझको ऐसा, लगता नहीं तू धोखा है
जिंदगी मुझको डसती है, गुनाह वो मुझको लगती है
पता नहीं तुम आओगे या मुझको तड़पाओगे
बहारों की तुम मल्लिका, ठंडी हवा का तुम झोंका
प्यार में तेरे पागल हैं, तेरे लिए हम घायल हैं
जानते हैं हम तो ये, दुश्मन नहीं तुम दोस्त मेरे
फिर क्या हुआ..?
ये क्यों हुआ..?
कैसे हुआ ..?
ये कब हुआ ..?
तुमने जो हमसे कहा, वो कैसे झूठ हुआ
अगर तुमको डर था सबका
प्यार में दिल क्यो था भटका
by manish malhotra

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